संजू से पंत तक – एशिया कप 2025 में विकेटकीपर के लिए जबरदस्त मुकाबला

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एशिया कप 2025: विकेटकीपर के लिए सात दावेदार

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एशिया कप 2025 बेहद अहम टूर्नामेंट होने वाला है। एशिया कप हमेशा से ही भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसी टीमों के बीच रोमांचक मुकाबलों का मंच रहा है। इस बार भारतीय टीम से फैंस को खास उम्मीदें हैं, क्योंकि पिछले कुछ समय में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन टीम के चयन से पहले एक बड़ा सवाल खड़ा है – आखिरकार टीम इंडिया का विकेटकीपर कौन होगा?

इस बार चयनकर्ताओं के सामने कुल सात बड़े दावेदार हैं, जिनमें हर एक की अपनी अलग ताकत और खेलने का अंदाज़ है। विकेटकीपर का चुनाव आसान नहीं है, क्योंकि यह खिलाड़ी न सिर्फ विकेट के पीछे बल्कि बल्ले से भी टीम को मज़बूती देता है। आइए जानते हैं इन सातों दावेदारों के बारे में विस्तार से –


1. संजू सैमसन – शांत स्वभाव और क्लासिक बल्लेबाज

संजू सैमसन लंबे समय से भारतीय क्रिकेट में चर्चा का हिस्सा रहे हैं। उनके पास IPL और इंटरनेशनल क्रिकेट का अच्छा अनुभव है। सैमसन का सबसे बड़ा प्लस प्वॉइंट है उनकी क्लासिक बैटिंग और संयमित स्वभाव। जब टीम पर दबाव होता है तो वह संभलकर खेल सकते हैं और लंबी पारी खेल सकते हैं। हालांकि उन पर अक्सर यह आरोप लगता है कि वह लगातार परफॉर्म नहीं कर पाते, लेकिन जब भी उन्हें मौका मिलता है, उन्होंने साबित किया है कि वह टीम के लिए मैच विनर बन सकते हैं। एशिया कप जैसी टूर्नामेंट में उनका अनुभव और शांत स्वभाव टीम इंडिया के काम आ सकता है।


2. ऋषभ पंत – अनुभव और फिनिशिंग पावर

ऋषभ पंत भारतीय क्रिकेट में पहले से ही एक बड़ा नाम हैं। उन्होंने कई मैचों में टीम को संकट से निकालकर जीत दिलाई है। पंत का खेल आक्रामक है और वह गेंदबाजों पर दबाव बनाने में माहिर हैं। साथ ही, उनके पास विकेटकीपिंग का अच्छा अनुभव भी है। 2022 के बाद उनकी चोट ने करियर को झटका दिया था, लेकिन अब वह वापसी कर चुके हैं और फिट नजर आ रहे हैं। पंत की सबसे बड़ी ताकत है उनका फियरलेस गेम यानी बिना डरे बल्लेबाजी करना। वह आखिरी ओवरों में मैच फिनिश करने की क्षमता रखते हैं और यही उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाता है।


3. ईशान किशन – तेज शुरुआत और एनर्जी से भरपूर खिलाड़ी

ईशान किशन का नाम आते ही क्रिकेट प्रेमियों के दिमाग में एक तेजतर्रार बल्लेबाज की छवि बन जाती है। बाएं हाथ से खेलने वाले ईशान शुरुआती ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर सकते हैं और पावरप्ले का फायदा उठाना जानते हैं। उनकी विकेटकीपिंग भी ठीक-ठाक है और वह मैदान में हर वक्त एनर्जी से भरे रहते हैं। एशिया कप जैसे टूर्नामेंट में अगर टीम इंडिया को तेज शुरुआत की जरूरत हो, तो ईशान किशन एक बड़ा विकल्प बन सकते हैं। हालांकि उनकी कमजोरी है कि वह कभी-कभी जल्दी आउट हो जाते हैं, जिससे टीम पर दबाव आ जाता है।


4. जितेश शर्मा – T20 का फिनिशर

जितेश शर्मा ने IPL में खुद को एक फिनिशर के रूप में साबित किया है। वह आखिरी ओवरों में बड़े-बड़े छक्के मारने के लिए जाने जाते हैं। जितेश की सबसे बड़ी ताकत यही है कि वह गेंद को साफ-साफ हिट करते हैं और टीम के रनरेट को तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं। विकेटकीपिंग में भी वह भरोसेमंद नजर आते हैं। उन्हें अभी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय अनुभव नहीं मिला है, लेकिन एशिया कप 2025 उनके लिए सुनहरा मौका हो सकता है। अगर चयनकर्ता एक ऐसे बल्लेबाज को ढूंढ रहे हैं जो छोटे फॉर्मेट में मैच फिनिश कर सके, तो जितेश शर्मा बेहतरीन विकल्प हैं।


5. ध्रुव जुरेल – भावी सितारा

ध्रुव जुरेल ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में शानदार डेब्यू करके सबका ध्यान खींचा है। उन्हें क्रिकेट एक्सपर्ट्स भविष्य का बड़ा स्टार मानते हैं। ध्रुव शांत दिमाग से खेलते हैं और उनकी तकनीक मजबूत है। उनकी विकेटकीपिंग भी काफी बेहतर है, जो उन्हें एक भरोसेमंद खिलाड़ी बनाती है। हालांकि अभी उनका अनुभव बाकी खिलाड़ियों की तुलना में कम है, लेकिन एशिया कप जैसी बड़ी टूर्नामेंट उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत बना सकती है।


6. केएस भरत – तकनीकी विकेटकीपर

केएस भरत का नाम आते ही दिमाग में एक टेक्निकल और भरोसेमंद विकेटकीपर की छवि बनती है। उन्हें अक्सर टेस्ट क्रिकेट में मौके मिलते रहे हैं, क्योंकि उनकी विकेटकीपिंग तकनीक शानदार मानी जाती है। वह स्पिनर्स के साथ बेहतर काम करते हैं और गेंद को अच्छे से पकड़ते हैं। बल्लेबाजी में उनका रिकॉर्ड बहुत बड़ा नहीं है, लेकिन वह टीम के लिए कामचलाऊ बल्लेबाज साबित हो सकते हैं। अगर चयनकर्ता विकेट के पीछे स्थिरता चाहते हैं तो भरत का नाम चर्चा में रहेगा।


7. राहुल त्रिपाठी – सरप्राइज़ पैक

राहुल त्रिपाठी का नाम विकेटकीपर दावेदारों की लिस्ट में सरप्राइज़ पैक की तरह है। हालांकि वह ज्यादातर बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर विकेटकीपिंग भी कर सकते हैं। त्रिपाठी का सबसे बड़ा फायदा है उनका आक्रामक बल्लेबाजी अंदाज़। IPL में उन्होंने कई बार अपनी क्षमता दिखाई है। हालांकि वह बाकी खिलाड़ियों की तुलना में कमजोर दावेदार लगते हैं, लेकिन अगर टीम को अतिरिक्त बैटिंग गहराई चाहिए तो उनका नाम भी चर्चा में आ सकता है।


चयनकर्ताओं की मुश्किल

अब सवाल यह है कि चयनकर्ता आखिर किसे चुनेंगे? सातों खिलाड़ियों के पास अपनी-अपनी खूबियां और कमियां हैं। सैमसन और पंत अनुभव लाते हैं, किशन और जितेश आक्रामकता लाते हैं, जुरेल भविष्य की तैयारी हैं, भरत तकनीकी विकेटकीपिंग देते हैं और त्रिपाठी सरप्राइज़ पैक हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं को टीम की जरूरत के हिसाब से फैसला करना होगा।


निष्कर्ष

एशिया कप 2025 में विकेटकीपर की भूमिका सिर्फ विकेट के पीछे खड़े रहने तक सीमित नहीं होगी। यह खिलाड़ी बल्ले से भी उतना ही योगदान देगा जितना कि ग्लव्स के साथ करेगा। भारत के पास इस बार विकल्पों की कोई कमी नहीं है, लेकिन सही विकल्प चुनना बेहद अहम होगा। फैंस की नजरें अब 19 अगस्त 2025 पर टिकी हैं, जब टीम इंडिया का अंतिम स्क्वॉड घोषित किया जाएगा। तब ही साफ होगा कि इन सात दावेदारों में से किसे मौका मिलेगा और कौन बनेगा टीम इंडिया का असली विकेटकीपर।

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